राष्ट्रीय भागीदारी अन्दोलन
नागरिकता सम्बन्धी कानून वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा ब्।।ए छच्त्ए छत्ब् लाने पर जनता के बीच वैचारिक युद्ध चल रहा है। भारत में निवास करने वाले व्यक्ति 15 अगस्त 1947 से आजाद भारत के सभी नागरिक हैं।
Read Moreराष्ट्रीय भागीदारी अन्दोलन में आपका स्वागत है, बोधिसत्य, बाबा साहेब डा0 बी0 आर0 अम्बेडकर के अधोषित आंतरिक स्वपन द्वारा संविधान में दी गयी व्यवस्था के तहत देश के शोषित, मजबूर, मजलूम और अपमानित लोग, अपनी शक्ति को जोड़कर बड़ी जनशक्ति बनाकर देश की सत्ता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना एवं प्रत्येक स्तर पर भागीदारी कायम करना ही राष्ट्रीय भागीदारी अन्दोलन का संकल्प है। संस्था के प्रत्येक सदस्य की एक अपनी जिम्मेदारी है कि वह संगठित हो कर देश में समाज का समन्वय श्रम - कार्य - विकास - परिणाम में समन्वय एवं सबकी हिस्सेदारी निर्मित हो।
व्यक्तियों, व्यवसायों को शामिल करके स्वैच्छिक वित्तीय योगदान मांगने और एकत्र करने की प्रक्रिया है
Read Moreराष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन | देशहित समाजहित न्यायहित और सब की अपनी अपनी भागीदारी
लखनऊ, देश को फासीवादी, अराजक और संघ परिवार के हमलों से बचाने के लिये, इण्डियन नेशनल लीग, 15 अगस्त से भारत बचाव अभियान शुरू करेगा. अभियान मे देश के सभी धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक दलों और संस्थाओं को भी शामिल किया जायेगा. यह विचार आज इण्डियन नेशनल लीग के नवनिर्वाचित कार्यकारी अध्यक्ष, पी०सी कुरील ने प्रेस कांफ्रेंस मे व्यक्त किये. डा0 वी0 के सिंह ने नवनिर्वाचित कार्यकारी अध्यक्ष, पी०सी कुरील का स्वागत किया.
हम भारत के लोग, भारत के सम्पूर्ण संपन्न, समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति धर्म और उपासना की सवतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की क्षमता प्राप्त कराने के लिए दृढ़संकल्प होकर तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिशचित करने वाली वंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर राष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन को साकार करने के लिए देश और लोगों में समस्या तथा निर्मित हुई.
राष्ट्रीय भागीदारी आन्दोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सम्पूर्ण अधिकार राष्ट्रीय संयोजक के पास निहित रहेगें। कार्यों का संचालन ठीक से करने के लिए, समय-समय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकार से अधिकृत करते रहेंगे, क्योकि पीपुल्स पार्टीशिपेसन्स संस्थान का उप संगठन राष्ट्रीय भागीदारी आन्दोलन है। संगठन - देश व समाज के हितो में तत्काल प्रभाव से किसी को भी नियुक्त करने का अधिकार सुरक्षित है। साथ ही साथ किसी पदाधिकारी के कार्यो को स्थगित (रोक) कर अन्य पदाधिकारी को पद भार देने अथवा स्थान्तरित करने का भी अधिकार सुरक्षित है।
आज ही मदद करें क्योंकि कल आप वही हो सकते हैं जिसे को और मदद की ज़रूरत है!
नागरिकता सम्बन्धी कानून वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा ब्।।ए छच्त्ए छत्ब् लाने पर जनता के बीच वैचारिक युद्ध चल रहा है। भारत में निवास करने वाले व्यक्ति 15 अगस्त 1947 से आजाद भारत के सभी नागरिक हैं।
Read Moreनागरिकता सम्बन्धी कानून वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा ब्।।ए छच्त्ए छत्ब् लाने पर जनता के बीच वैचारिक युद्ध चल रहा है। भारत में निवास करने वाले व्यक्ति 15 अगस्त 1947 से आजाद भारत के सभी नागरिक हैं।
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